India Lockdown News in hindi, Will be another lockdown in indian country anytime soon?
क्या इंडिया में फिर से लॉकडाउन लगेगा ?
जैसे की हम सभी देख रहे है चीन में फिर से कोरोना बहुत तेजी से बढ़ रहा है और चीन के हालत दिन प्रतिदिन खरब होती जा रही है , और एक्सपर्ट का कहना है यह एक बहुत ही कठिन समय है सभी देशो के लिए क्युकी कोरोना का नई वैरिएंट पहले की अपेक्षा खतरनाक है और लोगो के बीच तेजी से फ़ैल रहा है, दुनिया भर के विशेषज्ञ भी इसे लेकर चिंता जता चुके हैं। वहीं, दुनिया में दहशत फैला रहे कोरोना के इस नए वैरिएंट से लड़ने की तैयारी भारत में भी जोर-शोर से चल रही है |
इंडिया में कोरोना से निपटने के लिए गवर्नमेंट ने कुछ कड़े निर्णय लिए है
- पहला फैसला यह है कि नेजल वैक्सीन को मंजूरी मिल गई है। अब नाक के जरिए भी टीका दिया जाएगा।
- दूसरा फैसला यह है कि 27 दिसंबर को अस्पतालों में अखिल भारतीय मॉक ड्रिल कराई जाएगी ताकि कोरोना से निपटने की क्षमता का परीक्षण किया जा सके |
भारत में फिर से लॉकडाउन नहीं होगा, हमारे पास एक मजबूत इम्युनिटी सिस्टम है
इस तथ्य के कारण कि 95% आबादी को टीकाकरण प्राप्त हो चुका है, देश को फिर से लॉकडाउन करने की आवश्यकता नहीं होगी। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ अनिल गोयल ने कहा कि भारतीयों की प्रतिरक्षा प्रणाली चीनी लोगों की तुलना में काफी अधिक शक्तिशाली है।
आज के समय में जिस तरह से चीन में कोरोना ने तबाही मचाई है, 2020-21 में भारत में भी कुछ ऐसा ही किया गया था. इस महामारी का सबसे बुरा दौर इसी दौरान भारत में देखा गया। कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच केंद्र सरकार ने भारत बायोटेक कंपनी की नेजल वैक्सीन को मंजूरी दे दी है।
भारत बायोटेक के नाक के टीके को सरकार ने मंजूरी दे दी है
यह टीका अब अस्पतालों में उपलब्ध है। कोविड-19 नेजल वैक्सीन का मतलब है कि वैक्सीन को इंजेक्शन के जरिए नहीं बल्कि नाक के जरिए इंजेक्ट किया जाएगा और इसे बूस्टर डोज के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा। शुरुआती दौर में यह वैक्सीन निजी अस्पतालों में उपलब्ध होगी और जिन लोगों ने कोविशिल्ड और कोवैक्सीन के टीके लगवाए हैं, वे भारत बायोटेक के नेजल वैक्सीन भी ले सकते हैं।
कोविड-19 महामारी की तैयारी के लिए मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी
देश में फिलहाल कोरोना काबू में है लेकिन सरकार तैयारी में कोई ढिलाई नहीं लेना चाहती है. देश में अभी तक लॉकडाउन की कोई खबर नहीं है।
27 दिसंबर को देशभर में विशाल मॉक ड्रिल होगी. देशभर के अस्पतालों में इमरजेंसी मॉक ड्रिल कराई जाएगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया भी एक अस्पताल का दौरा करेंगे। इस मॉक ड्रिल के जरिए इमरजेंसी रिस्पांस सिस्टम को चेक किया जाएगा ताकि जरूरत पड़ने पर कोरोना के सबसे बड़े खतरे से निपटा जा सके. राहत की बात यह है कि भारत में कोरोना के मामले दूसरे देशों के मुकाबले सबसे कम हैं। दुनिया में कोरोना के रोजाना मामले बढ़ रहे हैं लेकिन भारत में घट रहे हैं।
इंडिया में केस की गिनती कुछ महीनो से इस प्रकार है
दो महीने पहले हर दिन औसतन 1467 नए मामले सामने आए थे। उसके बाद नवंबर के महीने में यह आंकड़ा और घट गया। नवंबर के पहले हफ्ते में रोजाना मामले 974 पर पहुंचे और नवंबर के दूसरे हफ्ते में रोजाना मामले गिरकर 652 पर आ गए। फिर यह आंकड़ा 500 से नीचे चला गया। दिसंबर के पहले हफ्ते में रोजाना मामले महज 221 थे। दूसरे हफ्ते में दिसंबर तक यह आंकड़ा गिरकर 180 पर आ गया और इस हफ्ते दैनिक मामलों का औसत सिर्फ 153 रह गया है।