हनुमान जयंती की तिथि Hanuman Jayanti 2023 Date - Hanuman Jayanti 2023 Tithi

हनुमान जयंती की तिथि Hanuman Jayanti 2023 Date - Hanuman Jayanti 2023 Tithi

About hanuman jayanti tithi  - हनुमान जयंती - हनुमान जयंती क्यों मनाई जाती है - हनुमान जयंती में क्या करना चाहिए

हनुमान जयंती एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है जो हर साल भगवान हनुमान की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, जिन्हें हिंदू धर्म में सबसे प्रतिष्ठित और शक्तिशाली देवताओं में से एक माना जाता है। हनुमान को शक्ति, भक्ति और निष्ठा के प्रतीक के रूप में जाना जाता है, और माना जाता है कि उन्होंने प्राचीन भारतीय महाकाव्य रामायण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

हनुमान जयंती चैत्र के महीने में पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है, जो हिंदू कैलेंडर के अनुसार मार्च और अप्रैल के बीच आती है। यह दिन बहुत ही शुभ माना जाता है और लोग इसे बड़े उत्साह और भक्ति के साथ मनाते हैं। हनुमान जयंती का उत्सव सुबह जल्दी शुरू हो जाता है, भक्त हनुमान मंदिरों में जाते हैं और प्रार्थना और मिठाई भेंट करते हैं। मंदिर परिसर को आमतौर पर फूलों और रोशनी से सजाया जाता है, और भगवान हनुमान की स्तुति में भक्ति गीत गाए जाते हैं। कुछ लोग इस दिन भगवान हनुमान की भक्ति के प्रतीक के रूप में उपवास भी रखते हैं।

हनुमान जयंती पर किए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण अनुष्ठानों में से एक है हनुमान चालीसा का पाठ, जो भगवान हनुमान को समर्पित एक भक्तिमय स्तोत्र है। माना जाता है कि हनुमान चालीसा की रचना कवि तुलसीदास ने 16वीं शताब्दी में की थी और इसमें 40 छंद शामिल हैं जो भगवान हनुमान के गुणों और गुणों का वर्णन करते हैं। हनुमान जयंती पर पालन की जाने वाली एक और महत्वपूर्ण परंपरा रामायण का पाठ है, जो भगवान राम की कहानी और उनकी पत्नी सीता को राक्षस राजा रावण से बचाने की उनकी यात्रा का वर्णन करती है। 

इस महाकाव्य में भगवान हनुमान ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, और भगवान राम के प्रति उनकी भक्ति और निष्ठा को अक्सर सच्ची भक्ति के उदाहरण के रूप में उद्धृत किया जाता है। भारत के कुछ हिस्सों में, हनुमान जयंती को एक सामुदायिक कार्यक्रम के रूप में भी मनाया जाता है, जहाँ लोग जुलूस और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए एक साथ आते हैं। यह त्योहार लोगों के एक साथ आने, अपनी भक्ति व्यक्त करने और भगवान हनुमान का आशीर्वाद लेने का एक अवसर है।

Hanuman Jayanti kab hai 2023 - हनुमान जयंती की तिथि (Hanuman Jayanti Date) :

हनुमान जयंती हिंदू कैलेंडर के अनुसार हर साल चैत्र पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है। चैत्र पूर्णिमा चैत्र माह की पूर्णिमा के दिन होती है जो मार्च और अप्रैल के बीच में पड़ता है। इस वर्ष (2023) में, हनुमान जयंती 6 अप्रैल को मनाई जाएगी। विशेष चैत्र पूर्णिमा तिथि 5 अप्रैल बुधवार को सुबह 9 बजकर 19 मिनट से शुरू होगी और गुरुवार 6 अप्रैल को सुबह 10 बजकर 4 मिनट पर समाप्त होगी. इसलिए उदया तिथि की मान्यता के अनुसार हनुमान जयंती 6 अप्रैल को ही मनाई जाएगी और बजरंगबली की पूजा की जाएगी. इस दिन व्रत रखने से | 

हनुमान जयंती पूजा का शुभ मुहूर्त (Hanuman Jayanti Puja Shubh Muhurt)  :

हनुमान जयंती के दिन शुभ मुहूर्त चैत्र पूर्णिमा के दिन सूर्योदय के पश्चात् लगभग 1 घंटे के भीतर होता है। इस वर्ष (2023) में, हनुमान जयंती का शुभ मुहूर्त सुबह 6:6 से 7:40 बजे तक रहेगा। उसके बाद आप दोपहर में 12 बजकर 24 मिनट से 1 बजकर 58 मिनट तक पूजा कर सकते हैं। इसके अलावा शाम को 5 बजकर 7 मिनट से 8 बजकर 7 मिनट तक भी पूजा का शुभ मुहूर्त है।

यह शुभ मुहूर्त पूजा, हवन या जप करने के लिए उपयुक्त माना जाता है। इस मुहूर्त में हनुमान चालीसा, हनुमान अष्टक, सुन्दरकांड और अन्य हनुमान जी की पूजा विधियों का पालन करके भक्त भगवान हनुमान को प्रसन्न कर सकते हैं।

हनुमान जयंती पूजा विधि (hanumaan jayantee pooja vidhi) : 

हनुमान जयंती भगवान हनुमान के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भक्त उनकी पूजा करते हुए उनके आशीर्वाद से खुशी का अनुभव करते हैं। निम्नलिखित हनुमान जयंती की पूजा विधि है।

सामग्री:

  1. हनुमान चालीसा या हनुमान अष्टकम
  2. तुलसी पत्ता
  3. दीपक, घी और बत्ती
  4. पुष्प, दूध, फल आदि
  5. गंगाजल या शुद्ध जल

पूजा विधि: 

  1. पूजा का समय ब्रह्ममुहूर्त में करें। 
  2. अपने घर के मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति रखें या तो एक तांबे की लकड़ी पर हनुमान जी का चित्र बना सकते हैं।
  3. पूजा के लिए सामग्री को एकत्रित करें।
  4. हनुमान जी की मूर्ति के सामने बैठें। ध्यान करें और उन्हें मानसिक रूप से नमस्कार करें। 
  5. अब तुलसी पत्ते को धोकर हनुमान जी के चरणों में रखें। 
  6. दीपक जलाएं। 
  7. हनुमान चालीसा या हनुमान अष्टकम का पाठ करें।
  8. फल, पुष्प और दूध चढ़ाएं। 
  9. अब गंगाजल या शुद्ध जल से हनुमान जी को स्नान करें और उनसे आशीर्वाद लें। 
  10. अखंड रामायण पाठ करें। 
  11. आरती करें। 
  12. अंत में प्रसाद वितरित करें। 

इस तरह से हनुमान जयंती की पूजा करने से आप हनुमान जी के आशीर्वाद से आनंद और खुशी का अनुभव करेंगे। ध्यान रखें कि पूजा के दौरान ध्यान और शुद्धता का पालन करना बहुत महत्वपूर्ण होता है।

हनुमान जयंती में क्या करना चाहिए  :

हनुमान जयंती भगवान हनुमान के जन्म दिवस के रूप में मनाई जाती है जो हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण है। इस दिन भक्त अपनी भक्ति एवं श्रद्धांजलि व्यक्त करने के लिए कुछ विशेष आयोजन करते हैं। निम्नलिखित कुछ चीजें हनुमान जयंती पर किए जा सकते हैं:
  1. हनुमान चालीसा या हनुमान अष्टकम का पाठ करें।
  2. हनुमान मंदिर जाएं और उनकी पूजा करें।
  3. हनुमान जी के भजन गाएं या सुनें।
  4. हनुमान जी की मूर्ति या तस्वीर के सामने ध्यान धरें और उन्हें वंदन करें।
  5. हनुमान जयंती पर संगीत और नाटक कार्यक्रम आयोजित करें।
  6. अपने घर या मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति का स्थापन करें।
  7. अन्न दान करें और भूखे लोगों को खाना खिलाएं।
  8. धार्मिक पुस्तकें पढ़ें जो हनुमान जी से संबंधित हों।
  9. अपने दोस्तों, परिवार और जानकारों के साथ हनुमान जी के विषय में बातचीत करें।
  10. अपने समाज के गरीब लोगों की मदद करें और दान-धर्म कर
FAQ
Q 1. हनुमान जी का जन्म दिवस कब मनाया जाता है ?
Ans : हनुमान जयंती चैत्र के महीने में पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है, जो हिंदू कैलेंडर के अनुसार मार्च और अप्रैल के बीच आती है। यह दिन बहुत ही शुभ माना जाता है और लोग इसे बड़े उत्साह और भक्ति के साथ मनाते हैं।

Q 2. हनुमान जयंती पर हमें क्या करना चाहिए ?
Ans :
  1. हनुमान चालीसा या हनुमान अष्टकम का पाठ करें।
  2. हनुमान मंदिर जाएं और उनकी पूजा करें।
  3. हनुमान जी के भजन गाएं या सुनें।
  4. हनुमान जी की मूर्ति या तस्वीर के सामने ध्यान धरें और उन्हें वंदन करें।
  5. हनुमान जयंती पर संगीत और नाटक कार्यक्रम आयोजित करें।
  6. अपने घर या मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति का स्थापन करें।
  7. अन्न दान करें और भूखे लोगों को खाना खिलाएं।
  8. धार्मिक पुस्तकें पढ़ें जो हनुमान जी से संबंधित हों।
  9. अपने दोस्तों, परिवार और जानकारों के साथ हनुमान जी के विषय में बातचीत करें।
  10. अपने समाज के गरीब लोगों की मदद करें और दान-धर्म कर


Q 3. हनुमान जयंती साल में कितनी बार आती है ?
Ans : वर्ष में दो बार, दिवस मनाया जाता है। एक जयंती भगवान हनुमान के जन्म का स्मरण करती है, जबकि दूसरी हनुमान विजयम (हनुमान की विजय) का स्मरण करती है।